साल 2025 के जॉब मार्केट में Google ने भारतीय कॉलेजों के कैंपस प्लेसमेंट को नई ऊँचाइयों पर पहुँचा दिया है। अब सिर्फ सॉफ्टवेयर दिग्गजों तक ही नहीं, बल्कि टॉप टेक्नोलॉजी फर्म भी अपने आगामी टैलेंट के लिए भारत के प्रतिष्ठित संस्थानों को टारगेट कर रही हैं। पिछले कुछ वर्षों में Google ने न सिर्फ फाइनल प्लेसमेंट, बल्कि इंटर्नशिप प्रोग्राम्स के माध्यम से भी भारतीय छात्रों को करोड़ों के पैकेज ऑफर किए हैं।
इस लिस्ट में सबसे आगे हैं IIT बॉम्बे, IIT दिल्ली, IIT मद्रास, IIIT हैदराबाद और BITS पिलानी—ये पांचों संस्थान Google के कैंपस रिक्रूटमेंट में सबसे दमदार साबित हुए हैं। हर कॉलेज का अपना एक स्ट्रॉन्ग एकेडेमिक बेस और एक्स्ट्रा करिकुलर अवसर हैं, जो छात्रों को चुनौतीपूर्ण प्रोजेक्ट्स और इंटरव्यूज के लिए तैयार करते हैं। Google की रिक्रूटमेंट टीम इन पांचों कैंपस में पूर्व छात्रों की सफलता दर और नेटवर्क को भी बेहद महत्व देती है।
इन कॉलेजों की विशेषता है उनकी आधुनिक लैब्स, उद्योग सहयोग और रिसर्च सेंटर, जो युवा इंजीनियर्स को रियल वर्ल्ड प्रॉब्लम सॉल्विंग की ट्रेनिंग देते हैं। पर्सनलाइज्ड मेंटरशिप प्रोग्राम, हैकाथॉन और इंडस्ट्री-इंटीग्रेटेड कोर्स संरचना भी Google जैसे कंपनियों की निगाह में इन संस्थानों को अगली पीढ़ी के इनोवेटर्स का हब बनाती है।
इंटर्नशिप ऑपर्चुनिटीज के दौरान छात्र अलग-अलग टीमों के साथ काम करके अपने कौशल को पैमाइश में लाते हैं। वहीं फाइनल प्लेसमेंट ड्राइव में पैकेज रेंज करोड़ों तक पहुंच चुकी है, जिससे इन कॉलेजों में दाखिला पाने की चाह और भी बढ़ गई है। मेरी नजर में, यह सिलसिला सिर्फ एक ब्रांड वैल्यू की दौड़ नहीं है, बल्कि उस गुणवत्ता का फल है जो ये संस्थान लगातार प्रदान कर रहे हैं।
निष्कर्षतः, जहां Google जैसे वैश्विक दिग्गज कैंपस रिक्रूटमेंट को महत्व दे रहे हैं, वहीं छात्रों के लिए यह एक स्पष्ट संदेश है—टेक्निकल दक्षता, इनोवेटिव माइंडसेट और प्रोएक्टिव लर्निंग पर फोकस करें। भविष्य करीब है, और जिस तरह ये 5 संस्थान समय के साथ खुद को अपडेट करते रहे हैं, उससे यह स्पष्ट है कि टेक इंडस्ट्री में मौका बनाने के लिए सही तैयारी करनी अत्यंत आवश्यक होगी।

