NEET UG 2025 की काउंसलिंग में NRI कैटेगरी के 188 छात्रों को भारतीय श्रेणी में ट्रांसफ़र करने की अनुमति मिलते ही एक नया सत्र शुरू हो गया है। MCC (Medical Counselling Committee) ने इन आवेदनों को मान्यता दी है, लेकिन साथ ही छात्रों को कुछ आवश्यक दस्तावेज़ समयबद्ध तरीके से जमा करने का भी निर्देश दिया है। डॉक्यूमेंटेशन की प्रक्रिया में सावधानी बरतना इसलिए भी जरूरी है कि छोटी सी गलती आपकी सीट रद्द होने का कारण बन सकती है।
सबसे पहले नज़र रखना होगा पासपोर्ट की वैधता पर, जिसमें आपकी और आपके माता-पिता की जानकारी साफ़-सुथरी होनी चाहिए। इसके अलावा उच्चतम योग्यता प्रमाण पत्र, NEET UG रजिस्ट्रेशन पेपर और NRI स्टेटस निर्धारित करने वाले बैंक स्टेटमेंट या वीज़ा डॉक्यूमेंट की कॉपी भी अनिवार्य है। यदि इनमें से किसी में भी कमी पाई जाती है, तो MCC आपके आवेदन को अधूरा घोषित कर सकती है।
मेरा अनुभव बताता है कि अक्सर तकनीकी गलतियाँ जैसे दस्तावेज़ का साइड कट जाना या स्कैनिंग क्वालिटी खराब होने पर भी अभ्यर्थियों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इसलिए डिजिटल अपलोड से पहले प्रिंटआउट चेक करें और भारतीय समयानुसार अंतिम तारीख से पहले सबमिट कर दें। एक व्यवस्थित चेकलिस्ट तैयार करने से भूल की गुंजाइश बहुत कम हो जाती है और मानसिक तनाव भी घटता है।
सुझाव के तौर पर, डॉक्यूमेंटस सबमिट करने के साथ एक-एक डॉक्यूमेंट की पावती प्राप्त करें और अपनी फाइल में सुरक्षित रखें। किसी भी विशेषज्ञ से मार्गदर्शन लेना समय की बचत के साथ प्रॉसेस में पारदर्शिता भी सुनिश्चित करता है। अगर संभव हो तो अनुभवी काउंसलर या पूर्व NRI विद्यार्थी से कोचिंग ले कर गलतियों को पहले ही रोक दें।
निष्कर्षतः, NRI कैटेगरी की काउंसलिंग में वक्त पर और सही दस्तावेज़ पेश करना सफलता की कुंजी है। थोड़ी सी सतर्कता, व्यवस्थित तैयारी और समय प्रबंधन से आप न केवल अपनी सीट पक्की कर सकते हैं, बल्कि एक सकारात्मक शुरुआत भी कर सकते हैं। ध्यान रखें, दस्तावेज़ ही आपके प्रवेश का आधार हैं, इसलिए इनसे समझौता न करें।

