NEET UG 2025 काउंसलिंग में सीट गँवाने या पक्की करने वाला वो अनमोल दस्तावेज़

NEET UG 2025 काउंसलिंग में सीट गँवाने या पक्की करने वाला वो अनमोल दस्तावेज़

NEET UG 2025 का रिजल्ट चाहे जितना शानदार हो, असली परीक्षा तो अब काउंसलिंग में शुरू होती है। लाखों परीक्षार्थी MBBS और BDS की सीट पाने के लिए तन-मन से तैयारी कर चुके हैं, लेकिन एक बार सीट का प्रीलिमिनरी अलॉटमेंट मिलने के बाद दस्तावेज़ सत्यापन की घड़ी आती है। इस समय की तेज़ी, पर्ची-परीक्षा के बाद मिली राहत और आत्मविश्वास के बीच अक्सर छोटी सी चूक बड़ी मुसीबत बन जाती है।

काउंसलिंग प्रक्रिया में पहचान पत्र, शैक्षणिक प्रमाणपत्र, जाति व आर्थिक स्थिति के दस्तावेजों के साथ-साथ NEET Affidavit की भी खास अहमियत है। यह अफ़िडेविट आपके फाइनल कॉलेज अलॉटमेंट को वैध बनाता है और फर्जीवाड़े को रोकने का माध्यम है। अगर आपने सही तरीके से इसे नहीं भरा या निर्धारित प्रारूप में जमा नहीं कराया, तो आपकी सीट खतरे में पड़ सकती है।

MCC Registration में AIQ और स्टेट कोटा के विकल्पों का चुनाव भी बड़ी सोच-समझकर करना होता है। राष्ट्रीय स्तर की सीटों के लिए AIQ और राज्यवार सीटों के लिए स्टेट कोटा की बारीकियां जानना जरूरी है। समय रहते पोर्टल पर लॉग इन कर विकल्प भरें और दस्तावेज़ अपलोडिंग की पुष्टि कर लें, ताकि आखिरी मिनट की भागदौड़ से बचा जा सके।

विश्लेषण की दृष्टि से देखा जाए तो सबसे अधिक भुलक्कड़ियां Affidavit भूलने की होती हैं। कई बार फॉर्मेट समझ में न आया या प्रिंट आउट सही नहीं लिया गया, जिससे वेरिफिकेशन में अटकाव आया। हमारा सुझाव है कि विभागीय वेबसाइट से लेटेस्ट टेम्पलेट डाउनलोड करें, दो नि:शुल्क सर्टिफाइड कॉपी तैयार रखें और सलाहकार या स्कूल-कॉलेज प्रशासन से एक बार क्रॉस-चेक अवश्य करवाएँ।

निष्कर्षतः, NEET UG 2025 काउंसलिंग में सफलता सिर्फ अंकों पर निर्भर नहीं करती, बल्कि दस्तावेजों की सटीकता और समय पर सबमिशन पर भी टिकी होती है। अगर आपने मेहनत से टॉप रैंक हासिल किया है, तो इस अहम दस्तावेज़—Affidavit—के बिना वह मेहनत अधूरी रह सकती है। इसलिए पहले एक बार लिस्ट बनाएं, चेकलिस्ट पूरा करें और फिर आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ें। शुभकामनाएँ!

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