कनाडा ने भारतीय छात्रों के लिए पढ़ाई और स्थायी निवास का एक आकर्षक द्वार खोल रखा है। हर साल लाखों विद्यार्थी यहां अपनी स्नातक या स्नातकोत्तर डिग्री हासिल करने आते हैं, क्योंकि देश में उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा के साथ-साथ जीवन स्तर भी बेहतरीन है। विदेशी छात्रों की संख्या में वृद्धि ने कनाडा को विविधता और नवाचार का केंद्र बना दिया है।
पाठ्यक्रम पूरा होने के बाद प्राप्त होने वाला पोस्ट ग्रेजुएशन वर्क परमिट (PGWP) छात्र को कनाडा में काम करने का मौका देता है। इस अनुभव की बदौलत वे एक्सप्रेस एंट्री के कैनेडियन एक्सपीरियंस क्लास (CEC) के माध्यम से स्थायी निवास का आवेदन कर पाते हैं। इस सिस्टम में काम का अनुभव और भाषा दक्षता दोनों का अहम योगदान होता है, जिससे सीधा PR का रास्ता आसान हो जाता है।
हालांकि सभी विषयों में अवसर मिलते हैं, उन छात्रों को बढ़त मिलती है जिनके पास कनाडा की नौकरी बाजार में मांग वाले स्किल सेट होते हैं। टेक्नोलॉजी, हेल्थकेयर और इंफ्रास्ट्रक्चर जैसे क्षेत्रों में प्रतिभागियों की जरूरत लगातार बढ़ रही है। इस कारण उन्हीं कोर्सेज को प्राथमिकता मिलती है, जिनसे कनाडाई अर्थव्यवस्था को लाभ पहुंचता है।
टॉप-5 कोर्स जो PR की दिशा में सबसे मददगार साबित हो रहे हैं: 1. सॉफ़्टवेयर इंजीनियरिंग – आईटी सेक्टर में क्रांति की वजह से मांगे बहुत ऊँची हैं; 2. डेटा एनालिटिक्स और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस – बिग डेटा आरंभिक भविष्य विज्ञानी तैयार कर रहा है; 3. नर्सिंग – वृद्ध होती आबादी में देखभाल और स्वास्थ्य सेवा विशेषज्ञों की सख्त कमी; 4. फाइनेंस और अकाउंटिंग – कॉर्पोरेट गवर्नेंस और टैक्सेशन में प्रोफेशनल्स की आवश्यकता; 5. कंस्ट्रक्शन मैनेजमेंट – इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स में कुशल प्रबंधकों का अभाव।
इन कोर्सेज का चुनाव सिर्फ डिग्री तक सीमित नहीं रह जाता, बल्कि कनाडियन नौकरी बाजार में स्थिरता और आगे की ग्रोथ के रास्ते भी खोलता है। मेरी राय में, जब आप किसी क्षेत्र में गहराई से विशेषज्ञता हासिल कर लेते हैं, तो न केवल PR का रास्ता आसान होता है, बल्कि दीर्घकालिक करियर संतुष्टि भी मिलती है। सही पाठ्यक्रम, सक्रिय अनुभव और उद्देश्यपूर्ण योजना के साथ कनाडा में रहने का सपना जल्द साकार हो सकता है।

